पीड़िता ने वकील के मार्फत गृह सचिव नीतेश झा को भेजा पत्र
समझौते के दबाव व पुलिस जांच को कठघरे में किया खड़ा
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। उत्त्तराखण्ड के बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल की सीबीआई जांच की मांग करते हुए पीड़िता ने राज्य के गृह सचिव को तीन पेज का लम्बा चौड़ा पत्र भेजा है। पीड़िता की ताजी सीबीआई जांच की मांग से मामले में नया मोड़ आ गया है।

पीड़िता के वकील एस पी सिंह ने पत्र में अब तक पुलिस की जांच पर सिलसिलेवार तीखे सवाल उठाए हैं।पीड़िता ने कहा कि जांच एजेंसी अभियुक्त भाजपा विधायक महेश नेगी पर कार्रवाई करने के बजाय उसको परेशान व समझौते के लिए दबाव बना रही है।

पत्र में सिपाही हरिओम को मारने पीटने व धमकाने के मुद्दे ओर भी विधायक महेश नेगी पर हमला किया है। महिला दारोगा कर समझौते का दबाव बनाने का भी उल्लेख किया है।

पीड़िता ने डीएनए रिपोर्ट पर भी जांच एजेंसी के सवाल उठाने व फर्जी बताने पर भी आश्चर्य जताया।दूसरी ओर, बाल आयोग की ओर से भी पीड़िता को भी लगातार नोटिस भेजने से भी जांच को लेकर कई सवालिया निशान लगने लगे हैं।

बहरहाल, भाजपा विधायक महेश नेगी और बच्ची के डीएनए जांच की लगातार मांग कर रही पीड़िता की सीबीआई जांच की मांग से सत्ताधारी भाजपा बैकफुट पर अवश्य आ गयी है। पुलिस और सत्ता के दबाव को देखते हुए कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल लगातार हमला बोल रहे हैँ। पीड़िता के वकील ने कहा कि यदि सात दिन के अंदर राज्य सरकार ने सीबीआई जांच के बाबत कोई निर्णय नहीं लिया तो वे हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे।

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