गुजरात से मंगाए 250 ऑक्सीजन सिलिंडर। 100 सहसपुर हॉस्पिटल को दिए। 60 सिलिंडर कोटद्वार, 20 ऑक्सीजन सिलेंडर पौड़ी, 40 सिलेंडर बेस चिकित्सालय श्रीनगर व 30 सिलेंडर रुद्रप्रयाग के माधव आश्रम चिकित्सालय को भेजे गए।
सीएम तीरथ को कई संगठनों ने सौंपे मेडिकल उपकरण
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। इस समय उत्त्तराखण्ड ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहा है। इधर, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ के सहयोग से 500 ऑक्सीजन सिलेंडर गुजरात से मंगाए। ढाई सौ सिलेंडर रविवार को देहरादून पहुंचे। इन ढाई सौ ऑक्सीजन सिलेंडर में से 100 ऑक्सीजन सिलेंडर सहसपुर स्थित निजी अस्पताल में भेजा जाएगा। इस निजी अस्पताल को भी कोविड-19 केयर सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। जिसमें 100 बेड उपलब्ध कराए गए हैं।इसके अतिरिक्त 60 ऑक्सीजन सिलेंडर को कोटद्वार, 20 ऑक्सीजन सिलेंडर को पौड़ी, 40 ऑक्सीजन सिलेंडर को बेस चिकित्सालय श्रीनगर के साथ ही 30 ऑक्सीजन सिलेंडर को माधव आश्रम चिकित्सालय रुद्रप्रयाग को भेजा जा रहा है।

वही कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि इस समय राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है कि राज्य मैं ऑक्सीजन की आपूर्ति किया जाए, इसके लिए अपने अपने स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। इसके लिए रायपुर विधायक की मदद से गुजरात से 500 सिलेंडर मंगाए गए हैं। जिसका एडवांस भुगतान भी कर दिया गया है। हालांकि, अभी फिलहाल 250 ऑक्सीजन सिलेंडर देहरादून आये हैं। शेष जल्दी पहुंचेंगे।
साथ ही के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि ढाई सौ ऑक्सीजन सिलेंडर की अगली खेप आने के बाद अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर को जरूरत के हिसाब से भिजवाया जाएगा।
सीएम तीरथ को कई संगठनों ने सौंपे मेडिकल उपकरण व चेक


बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में संत निरंकारी मंडल के मसूरी जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह व हेमराज ने मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स भेंट किए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में सभी अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन व अन्य संसाधन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की गति कुछ धीमी हुई है। पर्वतीय जिलों में कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव स्तर पर ग्राम समितियां बनाई गई हैं। सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग कराने पर है। लोगों को चाहिए कि वे बगैर संकोच टेस्टिंग कराएं। सरकार की ओर से किट भी उपलब्ध कराई जा रही है ताकि प्राथमिक उपचार घर पर ही मिल सके। वहीं, संत निरंकारी मंडल के जोनल इंचार्ज ने उत्तराखंड में अपने समस्त सत्संग घरों को कोविड सेंटर के रूप में परिवर्तित करने का सहमति पत्र भी मुख्यमंत्री जी को सौंपा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हेमकुंट फाउंडेशन की ओर से भेंट किए गए इस सामान को पहले चरण में चमोली व उत्तरकाशी भेजा जा रहा है। जल्द कुछ और ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स व अन्य सामान दूसरे जिलों के लिए भी उपलब्ध कराए जाएंगे। फॉउंडेशन की तरफ से इन ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, सिलिंडर के लिए टेक्नीशियन भी उपलब्ध कराया गया है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, हेमकुंट फाउंडेशन के डायरेक्टर हरतीरथ सिंह,उत्तराखंड समन्वयक संजय कुमार आदि उपस्थित रहे।

इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अवनीश कांत, सचिव इंटक यूनियन देव सिंह पंवार, सचिव इंप्लॉयज यूनियन उमा शंकर, अध्यक्ष बहुजन समाजवादी श्रम सभा सुरेश वालियान एवं श्रीमती अनीता यादव आदि उपस्थित थे।
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