यूपी विधानसभा में भाजपा के टिकट पर दो बार पौड़ी से दो बार विधायक रहे
संघ-भाजपा से 40 साल से जुड़े रहे गांववासी
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। लंबे समय से राजनीति की तन्हाई में चल रहे संघ प्रचारक व पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी को भाजपा बड़ी जिम्मेदारी से नवाज सकती है। लंबे समय से अज्ञातवास में चल रहे गांववासी के बारे में कुछ इस तरह की सूचना आ रही है।

सूत्रों के मुताबिक गांववासी से केंद्रीय नेतृत्व ने कुछ मुद्दों पर बात की है। अगर सब कुछ मन माफिक रहा तो गांव वासी को अहम जिंम्मेदारी दे दी जाएगी।
एकीकृत उत्तर प्रदेश की विधानसभा में पौड़ी से दो बार विधायक रहे गांववासी राज्य गठन के समय स्वामी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री थे। हालांकि, एक बार स्वंय चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद उन्हें पार्टी ने विधानसभा से लेकर लोकसभा का टिकट नहीं दिया था। ये अलग बात है कि वे श्रीनगर विधानसभा व पौड़ी लोकसभा से टिकट के दावेदार बने थे। लेकिन पार्टी ने संघ के पुराने कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया। इस मुद्दे पर वे अपनी नाराजगी भी जताते रहे। इसके अलावा उन्होंने स्वंय को सामाजिक व धार्मिक गतिविधियों में कैद कर लिया।
ये अलग बात है बाद में भाजपा नेतृत्व ने गांववासी को पंचायत प्रकोष्ठ के दो बार राष्ट्रीय संयोजक भी बनाया। इसके अलावा मोदी सरकार ने मोहन सिंह रावत गांववासी को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण में एक्सपर्ट मेंबर भी बनाया। THDC में भी डायरेक्टर की जिम्मेदारी मिली।

इधर, 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा पुराने समर्पित साथियों से नए सिरे से मंथन कर रही है। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के उत्त्तराखण्ड से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद भाजपा भी अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर हुई है। और पुराने साथियों को जोड़ने की मुहिम भी शुरू की। जम्मू और चंडीगढ़ में केंद्रीय नेतृत्व ने दो पुराने नेताओं को तवज्जो दी।
इधर, सरल व सादगी छवि वाले गांव वासी का संघ व भाजपा के साथ चालीस साल से अधिक समय का रिश्ता रहा है। बेशक उन्होंने पार्टी के निर्णय से नाराज होकर भाजपा से नाता नहीं तोड़ा। उनके इस समर्पण पर भाजपा नेतृत्व ने गंभीरता से विचार किया तो उत्त्तराखण्ड को एक नयी खुशखबरी मिल सकती है।