कोरोना से 21 व ब्लैक फंगस से 1मौत,बैकलॉग डेथ 11

देहरादून। प्रदेश में सोमवार को कोरोना से 21 मौत हुई। जबकि ब्लैक फंगस से अभी तक 48 मरीजों की मौत हुई।

बैकलॉग डेथ 11, कुल 815. ब्लैक फंगस 48

प्रदेश में positivity rate 2.94. प्रदेश के 11 जिलों में 5% से कम PR. जबकि अल्मोड़ा में 8.15 व नैनीताल में 5.40% PR.

एम्स ऋषिकेश में टेलिकम्यूनिकेशन से अभी तक 8 लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध


सीमांत पिथौरागढ़ में आयुर्वेद से लड़ी जा रही कोरोना से जंग

एम्स ऋषिकेश में टेलिकम्यूनिकेशन से अभी तक 8 लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध

प्रेस विज्ञप्ति अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के सोशल आउटरीच सेल की ओर से कोविड-19 महामारी के दौरान आमजन की स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई टेलिकम्यूनिकेशन सुविधा के तहत अब तक 8 लाख से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।

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कोविड-19 महामारी के दौरान ऐसा देखा गया कि सार्वजनिक स्तर पर नागरिकों को मुकम्मल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं,जिससे इस महामारी को लेकर आमजन में अत्यधिक दहशत का माहौल बना हुआ है। ऐसी स्थिति में आम जनमानस के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए एम्स, ऋषिकेश की ओर से निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी के मार्गदर्शन व निर्देशन में सोशल आउटरीच सेल ने जनहित के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम की शुरुआत की।aims rishikesh


संस्थान के सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार जी ने बताया कि कोविडकाल में चिकित्सा विशेषज्ञों व आमजन में समुदायिक संवाद नहीं हो पा रहा था,लिहाजा कोविड की आक्रामकता से लोग अपने मानसिक तनाव को चिकित्सकों से साझा नहीं कर पा रहे थे। लिहाजा एम्स ऋषिकेशन ने सामुदायिक संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से टेलिकम्यूनिकेशन मंच तैयार किया, जिससे कि लोग सीधेतौर पर चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श ले सकें व अपनी समस्याओं का समाधान पा सकें। उन्होंने बताया कि कोविडकाल की इस अवधि के दौरान 8 लाख से अधिक लोगों से बातचीत की गई है, जिनमें से अधिकांश लोग कोरोना वायरस ग्रसित कोविड-19 पॉजिटिव थे।

इस मुहिम के तहत लाडली फाउंडेशन (दिल्ली) और असहाय जन कल्याण सेवा समिति (देहरादून) ने इस सामजिक कार्य में सहभागिता निभाई और एम्स की इस स्वास्थ्य सेवा की मुहिम में तकनीकि सहयोग (जूम, फेसबुक लाइव) प्रदान किया।


बताया गया कि टेलिकम्यूनिकेशन सेवा के माध्यम से एम्स ऋषिकेश के विशेषज्ञ रोजाना अपनी सेवाएं दे रहे हैं,जिससे देश के लगभग सभी प्रांतों के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इनमें उत्तराखंड के अलावा उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, बैंगलौर, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, गुजरात,उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ आदि क्षेत्रों के लोग मुख्यरूप से शामिल हैं। जिनमें लोगों ने अब तक लगभग 500 तरह के प्रश्नों के उत्तर इस कार्यक्रम के माध्यम विशेषज्ञों से प्राप्त किए।

इस मुहिम में एम्स संस्थान के पल्मोनरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश सिंधवानी, सहायक प्रोफेसर डॉ. लोकेश सैनी, जनरल मेडिसिन विभाग के सहायक प्रोफेसर मुकेश बैरवा आदि ने सहयोग किया। लोगों के सवालों के जवाब में पल्मोनरी विभागाध्यक्ष डॉ.गिरीश सिंधवानी जी ने लोगों से अपील की कि कोविड ग्रसित मरीज स्टेरॉयड का सेवन अपने मन से हरगिज नहीं करें। उन्होंने बताया कि मरीज का SPO2- 94 से नीचे जाने पर, सांस प्रति मिनट में 24 से ऊपर हो या बुखार बहुत तेज हो, तो ही स्टेरॉयड को चिकित्सकीय परामर्श लेकर उपयोग करना चाहिए । उन्होंने बताया कि कोविडकाल में भाप का उपयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है ।


इसी मुहिम के तहत एम्स ऋषिकेश की ओर से डॉ. संतोष कुमार ने इस दौर में युवाओं में उत्पन्न मनोविकृतियों के मद्देनजर आईआईटी रुड़की व राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित युवाओं के साथ यूथ स्पेशल कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने बताया कि हम सभी इस समय कोविड-19 महामारी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में युवा होना अपने आप में ही एक बड़ी जिम्मेदारी है। बताया कि इस दौर में बहुत से युवा आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं व बहुत से युवावर्ग के लोगों को अपने पारिवारिकजनों को खोकर दुखों का सामना करना पड़ रहा है।

साथ ही कई युवा अपने कॅरियर के कारण निराश हैं, जिससे वह मानसिक तनाव से ग्रसित हो रहे हैं। जिससे युवा व छात्रवर्ग के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। लिहाजा ऐसे समय में उन्हें सहयोग करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन करीब एक माह से प्रतिदिन किया जा रहा था, जिसे अब सप्ताह में दो दिन बृहस्पतिवार व शुक्रवार को शाम 5 से 6 बजे तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें एम्स ऋषिकेश के एक्सपर्ट ऑनलाइन युवाओं से जुड़ेंगे व परामर्श देंगे। इस कार्यक्रम से जूम लिंक व फेसबुक लाइव के माध्यम से जुड़ सकते हैं। इंसेट
1.https://www.facebook.com/Covid-19-community-task-force-115493686989650
2.https://www.facebook.com/Foundationladli
3.https://us02web.zoom.us/j/81852596231?pwd=NWRGekgrWUo5dGZPZUN2UEtJbk0yZz09


सीमांत पिथौरागढ़ में आयुर्वेद से लड़ी जा रही कोरोना से जंग

सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में जिलाधिकारी आनंद स्वरूप के निर्देशन में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार आयुर्वेदिक तरीके से भी किया जा रह है, कोविड रोगियों को सुबह शाम चिकित्सको के निर्देशानुसार आयुष क्वाथ का निर्माण कर उपलब्ध कराया जा रहा है साथ ही जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ राजेश जोशी के निर्देशन में आयुष कोविड कंट्रोल रूम खोला गया है। जिला आयुर्वेदिक विभाग ने कोरोना से बचाव और संभावित तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर शहर और गांव में निःशुल्क आयुष रक्षा किट वितरित की जा रही है।

जिले में स्थापित नियंत्रण कक्ष से कोरोना संक्रमितों की सूचना मिलते ही उनकी काउंसिलिंग, परामर्श, लोगों की भ्रांतियां दूर करने के लिए विभाग के चिकित्सक और स्टाफ प्रयासरत है। विभाग की ओर से आयुष डेस्क के लिए डॉ. नीरज कोहली डॉ. सलीम अहमद, डॉ हेमलता पयार, डॉ कंचन सूंठा डॉ रंजना आर्य गजेंद्र सिंह पंवार, फार्माशिष्ट एवं महेंद्र मेहता को भी तैनात किया गया है।

साथ ही आयुष रथ के जरिए कोविड संक्रमित, होम आइसोलेट, क्वारंटाइन तथा बुखार खांसी के लक्षणों वाले मरीजों को आयुष रक्षा किट दी जा रही है । रथ में मौजूद चिकित्सकीय टीम द्वारा उन्हें उचित चिकित्सीय परामर्श भी दिया जा रहा है । आयुष रथ के सञ्चालन में गजेंद्र सिंह पंवार, फार्माशिष्ट, शैलेन्द्र कंसवाल फार्माशिष्ट द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. राजेश जोशी ने बताया कि जिले में प्रत्येक ब्लॉक में नोडल केन्द्रो की स्थापना कर नोडल अधिकारियो की नियुक्ति की गयी है | जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों से सामंजस्य स्थापित कर ब्लॉक में स्थित कार्मिको को कोविड कार्यो हेतु निर्देशन का कार्य कर रहे हैं , कनालीछीना में डॉ अवनीश उपाध्याय, बेरीनाग में डॉ नीरज कोहली, गंगोलीहाट में डॉ बालम सिंह बोरा, धारचूला में डॉ राकेश खाती, मुनस्यारी में डॉ हरीश चंद्र सिंह, विण में डॉ मनोज ढकारियाल, मूनाकोट में डॉ संजय रावत, डीडीहाट में डॉ त्रिलोक सिंह कन्याल को नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी श्री आनंद स्वरुप महोदय के निर्देशन में प्रथम चरण में २००० आयुष ६४ टेबलेट्स का क्रय कर वितरण किया जा रहा है।

नोडल अधिकारी आयुष वेलनेस एवं अनुसंधान विशेषज्ञ डॉ अवनीश उपाध्याय ने बताया कि कुबेराक्ष, चिरायता, सप्तपर्ण, कुटकी से निर्मित आयुष ६४ टेबलेट बुखार, मलेरिया और त्वचा रोग में अत्यंत प्रभावशाली औषधि है, वर्तमान में हुए क्लिनिकल ट्रायल्स में केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञानं अनुसन्धान परिषद (सी सी आर ए एस) द्वारा निर्मित आयुष ६४ को कोविड रोगियों में प्रभावशाली पाया गया है जिसे माननीय प्रधानमंत्री महोदय द्वारा भी आयुष रक्षा किट के साथ सम्मिलित करने हेतु निर्देशित किया गया है। आयुष रक्षा किट में संशमनी वटी 30 गोली, अश्वगंधा वटी 30 गोली, आयुष क्वाथ चूर्ण है। इसमें सोंठ, पीपली, कालीमिर्च, मुलेठी, वासा, गिलोय एवं तुलसी आदि शामिल है। परीक्षण में यह औषधि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ कोरोना के लक्षणों को नियंत्रित करने में प्रभावशाली पाया गया है।

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