उत्तराखण्ड की चाय देश-दुनिया तक पहुंचे,ऑर्गेनिक उत्पादों की प्रभावी मार्केटिंग जरूरी-राज्यपाल

शिक्षित युवा गांवों को ही अपना कार्यक्षेत्र बनाएं

यलो हिल्स संस्था की वेबसाइट लांच

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी  मौर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाओं द्वारा बनाये गये उत्पादों तथा राज्य के ऑर्गेनिक उत्पादों की राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी मार्केटिंग बहुत आवश्यक है।

Uttarakhand governor

राज्य के स्थानीय जैविक उत्पादों के उत्पादन तथा मार्केटिंग को प्रोत्साहित करके यहां की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा सकता है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य के शिक्षित युवाओं को अपने गांवों को ही अपना कार्यक्षेत्र बनाना चाहिये। उत्तराखण्ड की स्थानीय आर्गेनिक चाय के बागानों की चाय देश व दुनिया के उपभोक्ताओं तक पहुंचनी चाहिये।

उत्तराखण्ड राज्य विश्वभर में ऑर्गेनिक उत्पादों का एक बड़ा आपूर्तिकर्ता बन सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाएँ परिश्रमी तथा प्रतिभावान है, लेकिन उन्हें व्यावसायिक कौशल भी सीखना होगा।

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संस्था की पत्रिका का विमोचन।

राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने राजपुर रोड स्थित एक स्थानीय होटल में उत्तराखण्ड के ऑर्गेनिक उत्पादों को समर्पित यलो हिल्स संस्था की वेबसाइट का शुभारम्भ किया तथा संस्था की पत्रिका का विमोचन किया। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि किसानों को आर्गेनिक खेती की तकनीकी जानकारी देकर उन्हें खाद्यान्न उत्पादन के लिये प्रेरित किया जाना चाहिये।

इस अवसर पर वन मंत्री  हरक सिंह रावत ने कहा कि स्वरोजगार से जुड़कर राज्य के युवा तथा महिलाएँ आजीविका कमा सकते है तथा स्थानीय आर्थिकी को सशक्त कर सकते हैं।

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में 6.5 लाख हेक्टेयर भूमि में ऑर्गेनिक फार्मिंग की जा रही है। उत्तराखण्ड राज्य गत दो वर्षो से निरन्तर श्रेष्ठ ऑर्गेनिक राज्य का पुरस्कार प्राप्त कर रहा है। राज्य में ऑर्गेनिक खेती हेतु कानून लाया गया है।


महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान तथा यलो हिल्स संस्था की अध्यक्षा अनुकृति गुंसाई रावत ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करके ही महिला सशक्तीकरण को आगे बढ़ाया जा सकता है।

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