विधायकों के साथ वर्चुअल मीटिंग में कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर किये हमले
अविकल उत्त्तराखण्ड
हल्द्वानी
कांग्रेस की वर्चुअल मीटिंग में यह तय किया गया कि किसान बिल के विरोध को मुद्दा प्रमुखता से सदन में उठाया जाएगा। 21 दिसंबर को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन और भारतीय युवा कांग्रेस विधानसभा घेराव का निर्णय ले चुकी है उनका प्रमुख मुद्दा बेरोजगारी है और किसानों का उत्पीड़न भी उनका सामयिक मुद्दा है। सदन में प्रदेश की बेरोजगारी की समस्या को भी प्रमुखता से उठाया जाएगा।

नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा ह्रदयेश ने कहा कि
श्रम विभाग के करोड़ों रुपए के घोटाले के प्रकरण लगातार सामने आ रहे हैं। विकास प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार से भी प्रदेश की जनता त्रस्त है। सरकार लगातार इन मुद्दों से बच रही है।
सदन में जन सरोकारों से जुड़े इन सभी मुद्दों को उठाया जाना अत्यंत आवश्यक है। सरकार पर सदन का समय बढ़ाए जाने पर भी दबाव बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विधायकों ने क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर बहुत महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
प्रदेश की जनता सरकार की अकर्मण्यता से बहुत परेशान है। भारी संख्या में लोग सेवा से निकाल दिए गए हैं और जो शेष हैं उन्हें भी अप्रैल माह से वेतन नहीं मिल पाया है। सरकार नई नौकरियों का सृजन करने मैं तो विफल रही ही है उस पर काफी संख्या में लोगों को सरकारी सेवा से हटा दिया गया है। सदन में इन सभी प्रमुख मुद्दों पर सरकार को जवाब देने के लिए बाध्य किया जाएगा।